जिस सब्जेक्ट में हमेशा पासिंग मार्क्स आये, आज उसी की वजह से बनी Central Excise Inspector…

जिस सब्जेक्ट में हमेशा पासिंग मार्क्स आये, आज उसी की वजह से बनी Central Excise Inspector...

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Central Excise Inspector
जिस सब्जेक्ट में हमेशा पासिंग मार्क्स आये, आज उसी की वजह से बनी Central Excise Inspector...

बाड़मेर के बायतु की रहने वाली प्रिया चौधरी का चयन सेंट्रल एक्साइज इंस्पेक्टर (Central Excise Inspector) के पद पर हुआ है। प्रिया का कहना है कि मेरे सबसे वीक सब्जेक्ट मैथ्स ने ही मुझे आज इस मुकाम तक पहुंचाया है। इसमें मुझे पासिंग नंबर भी नहीं आते थे, लेकिन मैंने इसी कमजोरी को ताकत बनाकर यह लक्ष्य हासिल किया। मुझे खुशी है कि वीक सब्जेक्ट की वजह से इंस्पेक्टर (Central Excise Inspector) बन पाई हूं। प्रिया बोली मैंने कभी हिम्मत नहीं हारी और SSC एग्जाम में मेरे मैथ्स सब्जेक्ट में 200 में से 200 नंबर आए है।

वीक सब्जेक्ट ने इंस्पेक्टर (Central Excise Inspector) बना दिया –
प्रिया ने कहा- ‘शुरूआत में मेरी गणित बहुत कमजोर थी। इसमें मेरे पासिंग नंबर भी नहीं आते थे। मैं इस वजह से परेशान रहती थी। छठी क्लास में मैथ्य में मुझे 36 नंबर मिले थे। 7वीं में 30 नंबर और 8वीं क्लास में 41 नंबर आए थे। मैंने फिर मैथ्स पर ध्यान देना शुरू किया। इसके बाद मेरा इंटरेस्ट जगा। तब से सभी सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा गणित पर ही ध्यान देती। ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करती थी। मेरा सबसे वीक सब्जेक्ट ने आज मुझे इस मुकाम सेंटर एक्साइज इंस्पेक्टर (Central Excise Inspector) बना दिया।’

युवा SSC एग्जाम की तैयारी कम करते हैं –
प्रिया का कहना है कि SSC के बारे में बाड़मेर सहित कई जिलों के युवाओं को जानकारी नहीं होती है। मेरी ग्रेजुएशन के दौरान मेरे साथ पढ़ने वाले साथियों ने मुझे SSC के बारे में बताया। मुझे उनकी बात सही लगी तो ग्रेजुएशन होने के बाद भर्ती आ गई। मेरे साथियों के साथ तैयारी शुरू की। इस भर्ती में तीन स्टेज होती है। पहली स्टेज में एक पेपर होता था। उसमें सलेक्शन होने के बाद दूसरे पेपर में गणित व इंग्लिश का पेपर होता था। यह सलेक्शन होने के बाद तीसरा पेपर दे सकते हैं।

SSC एग्जाम में गणित में 200 में 200 अंक किये हांसिल –
प्रिया का एक भाई व एक छोटी बहन है। भाई पिता के साथ व्यापार में मदद करता है। वहीं, बहन 10 क्लास में पढ़ती है। वह बताती हैं, ‘मेरी शुरुआती पढ़ाई बाड़मेर शहर के टीटी पब्लिक स्कूल में हुई थी। 8 से 12वीं तक सेंट्रल एकेडमी जोधपुर में पढ़ाई की। साल 2018 में जोधपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक से ग्रेजुएशन की। दसवीं बोर्ड में 74 प्रतिशत बने थे। इसमें गणित में 100 में से 100 नंबर आए थे। वहीं, 12वीं बोर्ड में साइंस, मैथ्स में 84 प्रतिशत नंबर आए थे।’

8 अप्रैल को आए रिजल्ट में में प्रिया ने ऑल इंडिया में 1604 रैंक हासिल की है। जल्द ही वे अपने पद पर जॉइन करेंगी। बाड़मेर के बायतु की प्रिया चौधरी के पिता हरजीराम चौधरी किराना व्यापारी हैं। प्रिया के दादा दो बार प्रधान रह चुके हैं।