91वें एकेडमी अवॉर्ड्स ‘oscar ‘ में ‘period end of sentence’ को ‘बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट’ कैटेगरी में oscar मिला है। यह एक भारतीय प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की महिला केंद्रित फिल्म है।
गुनीत मोंगा ने मसान और गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी फिल्में बनाकर शोहरत पाई है।
‘पीरियड-एंड ऑफ सेंटेंस’
‘पीरियड-एंड ऑफ सेंटेंस’ मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को होने वाली माहवारी के समय समस्या और पैड की अनुपलब्धता के विषय पर बनी है।
डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म हापुड़ में रहने वाली लड़कियों पर आधारित है। हापुड़ के काठीखेड़ा की स्नेहा ने अपने संकल्प और मेहनत से न सिर्फ सैनेटरी पैड बनाने वाली कंपनी में खुद काम करना शुरू किया, बल्कि अपनी जानकार लड़कियों को भी इससे जोड़ा।
काठीखेड़ा में मध्यम वर्गीय परिवार की स्नेहा यूपी पुलिस में जाने की तैयारी कर रही है। ‘पीरियड-एंड ऑफ सेंटेंस’ फिल्म को रयाक्ता जहताबची और मैलिसा बर्टन ने निर्देशित किया है। इस फिल्म का ब्लैक शीप, एंड गेम, लाइफबोट और अ नाइट एट द गार्डन के साथ मुकाबला रहा।
OSCARS फ़िल्में
मैक्सिकन फिल्म रोमा को तीन और फ्रेडी मरक्युरी के जीवन पर आधारित बोहेमियन रैपसोडी
को सबसे ज्यादा चार कैटेगरी में ऑस्कर मिले है। इस साल के ऑस्कर की महत्वपूर्ण बात
रही की 30 साल के बाद यह कार्यक्रम बिना किसी होस्ट के हुआ। oscar कुल 24 कैटेगरी में
दिए गए।
फिल्म का निर्माण सिखिया एंटरटेंमेंट ने किया। जिसमें मासिक धर्म से जुड़ी कुरीतियों को दिखाया गया है। फिल्म को ऑस्कर मिलने के बाद एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने ट्विटर पर गुनीत को बधाई दी।
प्रियंका का ट्वीट – ‘ये पल इस शाम का सबसे खास पल है…जिस फिल्म में मासिक धर्म की कुरीतियों को दिखाया गया है। उस फिल्म ने बेस्ट डॉक्युमेंट्री शॉर्ट का अवॉर्ड जीता है। फिल्म की पूरी टीम और मेरी साहसी दोस्त गुनीत को ढेर सारी बधाई…।’
‘Green Book’ इस साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित की गई है।