गुजरात पुलिस ने नशे में डूबे युवाओं को नशे से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। अहमदाबाद पुलिस ने ड्रग्स के चक्रव्यूह से 48 लड़कियों को बाहर निकाला गया। ज्यादातर लड़कियां बड़े घरों की हैं और काफी पढ़ी-लिखी भी। नशे की ऐसी आदत की उन्हें जिस्मफरोशी के लिए मजबूर होना पड़ा। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार जानिए कि किस तरह से वह ड्रग्स के दलदल में उतरी और इसमें धंसती चली गई…
ड्रग्स डीलर ने जिस्मफरोशी के बाजार में उतारा –
अहमदाबाद की एक जानी-मानी कंपनी के मालिक की बेटी को ड्रग्स की लत लग गई। शुरू में तो परेशानी नहीं हुई, पर नशा करने की वजह से उसे पैसों की कमी महसूस होने लगी, ड्रग्स डीलर ने जब बिना पैसों के ड्रग्स देने से इनकार कर दिया तो वह उसके सामने गिड़गिड़ाने तक लगी। इसके बाद ड्रग्स डीलर ने ही उसे जिस्मफरोशी के बाजार में उतार दिया। पैसों के लिए उसे होटलों में भेजने लगा।
शादी के बाद भी वह ड्रग्स पैडलर के लिए करती रही काम –
जुलाई 2020 में अहमदाबाद के होटल मार्वल में पुलिस ने छापा मारा। जहाँ 20 साल की शादीशुदा लड़की मिली थी, पुलिस का कहना था कि वह अच्छे घर की लड़की थी, ड्रग्स डीलर पहले तो पैसेवाले घरों की लड़कियों को नशे के जाल में फंसाते हैं। जब लड़की बुरी तरह नशे की आदी हो जाये, तो उसे पैसों के लिए जिस्म बेचने पर भी मजबूर करते हैं।
दरअसल, नशे के इंजेक्शन लेने से उसके हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर निशान पड़ गए थे और यही निशान छिपाने की वह कोशिश कर रही थी। उसने पुलिस से अंग्रेजी में बात की और अपनी बातें सामने रखी। बताया कि वह साइंस कॉलेज में पढ़ रही है, लेकिन नशे की लत की वजह से यहां तक पहुंच गई। वह कुछ समय पहले एक दोस्त के साथ पार्टी में गई थी, इस हाई प्रोफाइल पार्टी में नशा एक स्टेटस सिंबल था। साथ की लड़कियां ऐसा कर रही थीं तो उसने भी यह कदम उठा लिया।
बाद में ड्रग्स डीलर के संपर्क में आई और पूरी पॉकेटमनी ड्रग्स पर खर्च करने लगी। कोरोना में पिता का कारोबार ठप हो गया तो पॉकेटमनी भी बंद हो गई। डीलर ने शुरुआत में तो फ्री में डोज दी पर बाद में उसने ऐसा करना बंद कर दिया। उसने ड्रग्स डीलर से ड्रग्स मांगी लेकिन पैसे भी नहीं थे, इसके बाद डीलर ने कहा कि एक घंटे के लिए होटल में जाओ और जो कुछ भी कहा जाए, सब करो। ड्रग पैडलर उसे ड्रग्स का डोज देने से पहले होटल ले जाता था और उससे जिस्मफरोशी कराता था। जब लड़की के परिवार को इसका पता चला तो उन्होंने उसकी शादी करा दी। लेकिन, शादी के बाद भी वह ड्रग्स पैडलर के लिए काम करती रही।
करीब 48 लड़कियों को पुलिस ने नशे से मुक्त कराया –
अहमदाबाद के DCP चौहान का कहना है कि इन लड़कियों ने अपना जीवन सुधारने के लिए कोशिश की और कामयाबी भी मिली। अगर कोई और लड़की भी मदद चाहती है तो वह पुलिस से संपर्क करे और उसकी पहचान जाहिर किए बिना मदद की जाएगी।
एक धार्मिक संप्रदाय की मदद से अहमदाबाद पुलिस ने इन लड़कियों की मदद और उनका इलाज शुरू किया। ऐसी करीब 48 लड़कियों को अब तक पुलिस नशे के चंगुल से मुक्त करा चुकी है। अहमदाबाद पुलिस अब इस ड्रग्स के कारोबार की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इसके एक्शन प्लान को लेकर गुजरात पुलिस के अधिकारियों से भी चर्चा की जा चुकी है।