सीता के अपहरण वाले दृश्य पर क्यों रो पड़ते थे रावण, Arvind Trivedi की मौत…

सीता के अपहरण वाले दृश्य क्यों रो पड़ते थे रावण, Arvind Trivedi की मौत...

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Arvind Trivedi
Arvind Trivedi

भारतीय टेलीविजन के सबसे लोकप्रिय धारावाहिक शो रामायण में लंकाधिपति रावण का किरदार निभाने वाले एक्टर और पूर्व सांसद अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) का 83 साल की उम्र में 5 अक्टूबर की देर रात निधन हो गया। उनकी मौत की खबर उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी से पता चली है.

अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) के भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने उनके निधन के खबर को कन्फर्म करते हुए कहा कि ”उन्हें कोई बड़ी बीमारी नहीं थी। लेकिन पिछले 2-3 दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी, ‘आज (5 अक्टूबर) 10 बजे उनका निधन हो गया है।”

पहले भी आयी थी मौत की अफवाह –
मई 2021 में भी अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) के निधन की खबरें सामने आई थीं, लेकिन कौस्तुभ ने इसे अफवाह बताते ख़बरों को विराम दिया। इस अफवाह पर रामायण में लक्ष्मण का रोल प्ले करने वाले सुनील लहरी ने इन अफवाहों पर भड़कते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी।

सीता के अपहरण वाले दृश्य क्यों रो पड़ते थे?
पहले लॉकडाउन के दौरान जब दूरदर्शन पर दोबारा धारावाहिक रामायण प्रसारित हुआ, तब अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) अपने घर पर बैठे रामायण देखते रहते थे, रामायण में रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी सीता के अपहरण वाले दृश्य को देखकर हाथ जोड़ लेते थे और रो पड़ते थे, जैसे इस दृश्य में वे रावण की भूमिका के लिए क्षमा प्रार्थी हों।

अरविंद त्रिवेदी के करियर कि शुरुआत –
आपको बता दें कि अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) का जन्म मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ। उन्होंने अपने करियर कि शुरुआत गुजराती रंगमंच से शुरू किया था, उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी ने भी गुजराती सिनेमा में अपनी एक अच्छी पहचान बनाई थी. अपने अभिनय से सबका मन मोहने वाले अरविंद त्रिवेदी ने लगभग 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में अभिनय किया है।
गुजराती भाषा की धार्मिक और सामाजिक फिल्मों में उन्होंने 40 वर्षों तक काम किया. जहाँ उन्होंने गुजरात सरकार द्वारा फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए सात पुरस्कार जीते थे। अरविंद त्रिवेदी ने 20 जुलाई 2002 से 16 अक्टूबर 2003 तक सीबीएफसी प्रमुख के रूप में काम किया।

राजनीति-
फ़िल्मी दुनिया के अलावा 1991 में, अरविंद त्रिवेदी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में साबरकथा निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए थे, अरविंद साल 1991 से लेकर 1996 तक सांसद रहे