UPSC Topper Girls: बेटियों के होने पर सिर पकड़ने वालो को UPSC का Result देखना चाहिए…

UPSC Topper Girls: बेटियों के होने पर सिर पकड़ने वालो को UPSC का Result देखना चाइये...

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UPSC Topper
UPSC Topper Girls: बेटियों के होने पर सिर पकड़ने वालो को UPSC का Result देखना चाइये...

हर साल की तरह इस साल भी UPSC ने परिणाम की घोषणा कर दी है, इस साल के परिणाम की खास बात यह रही की टॉप 3 की रैंक लड़कियों ने हांसिल की है, UPSC के Exam Result ने उन लोगों की सोच पर तमाचा मारा है जो लड़कियों को पुरुषों के मुकाबले कम आंकते है. और सिर्फ लड़को की चाह रखते है, उन्हें लगता है की लड़कियां कुछ कर नहीं सकती. लेकिन ऐसे लोगों को लड़कियों की इस सफलता से कुछ सीख लेते हुए लड़कियों का सम्मान करना चाहिए.

टॉप 5 में महिलाओ का रहा दबदबा

संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सीएसई अंतिम परिणाम 2021-22 घोषित कर दिया है. यूपीएससी सीएसई परीक्षा में टॉप 3 रैंक हासिल करने वाली महिलाएं हैं. श्रुति शर्मा (UPSC Topper) को पहला स्‍थान मिला है तो दूसरे नंबर पर अंकिता अग्रवाल का नाम है. इसके बाद गामिनी सिंगला को तीसरी रैंक, तो ऐश्वर्या वर्मा को चौथी रैंक मिली है. उत्कर्ष द्विवेदी को पांचवीं, यक्ष चौधरी छठी, सम्यक एस जैन को सातवीं, इशिता राठी को आठवीं, प्रीतम कुमार को नौवीं और दसवीं रैंक हरकीरत सिंह रंधावा को हासिल हुई है.

इस वर्ष जनवरी में सिविल सेवा परीक्षा 2021 के मेंस परीक्षा का आयोजन किया गया था और अप्रैल मई में इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को बुलाया गया था। सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे (UPSC Result 2022) घोषित कर दिए हैं, सिविल सेवा परीक्षा के इस परिणाम में खास बात यह रही कि टॉप 5 में से तीसरे स्थान तक लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है रही। चलिए आपको रूबरू करवाते है सिविल सेवा परीक्षा 2021 में टॉप 5 आने वाले अभ्यर्थियों से –

UPSC Civil Services Toppers 2021

श्रुति शर्मा – 0803237 (रोल नंबर)

पहला स्थान श्रुति शर्मा (UPSC Topper) ने हासिल किया है. श्रुति सेंट स्टीफंस कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र हैं और जामिया मिलिया इस्लामिया आवासीय कोचिंग अकादमी में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. सिविल सेवा में टॉप करने के बाद श्रुति बहुत खुश है. अपनी इस सफलता पर श्रुति (UPSC Topper) का कहना है कि उन्हें अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है. श्रुति (UPSC Topper) ने बताया कि उनका इंटरव्यू इतना अच्छा नहीं गया था. जब वो सिविल सेवा का इंटरव्यू देकर लौटी को खूब रोई थी. लेकिन फाइनल रिजल्ट देख उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. उन्हें अभी तक यकीन नहीं हो पा रहा. श्रुति (UPSC Topper) ने बताया कि सिविल परीक्षा में हिस्ट्री उनका ऑप्शन सब्जेक्ट था.

दूसरे अटेम्प्ट में सफलता ने चूमे कदम –

सिविल सेवा में सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाली श्रुति शर्मा का ये दूसरा अटेम्प्ट था. अपने पहले प्रयास में वह केवल एक नंबर से रह गई थी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी परीक्षा में बैठने की ठानी. और इस बार श्रुति की मेहनत ने अपना रंग दिखाया और वो सफलता की सीढ़ी चढ़ने में कामयाब रही.

पढ़ाई के साथ मनोरंज भी आपकी ज़िंदगी का हिस्सा

श्रुति ने बताया कि अकसर लोग सिविल सेवा और अन्य दूसरे एग्जाम की तैयारी के दौरान खुद को पूरी तरह से सभी चीजों से अलग कर लेते हैं. कई बार देखा गया है कि कुछ लोग परीक्षा में फोकस करने के लिए खुद को सोशल मीडिया से अलग कर लेते हैं. लेकिन मेरे लिए जरूरी था कि पढ़ने के बाद मुझे ब्रेक चाहिए होते हैं. पढ़ाई से ब्रेक के दौरान मैं वॉक करना, पिक्चर देखना बहुत पंसद करती हूं. श्रुति ने बताया कि इस समय वह स्ट्रेंजर थिंग्स सीरीज देख रही हैं क्योंकि इस समय वह ब्रेक पर हैं. श्रुति ने बताया कि उनकी साहित्य में काफी रूचि है. वह मौका मिलते ही अच्छे उपन्यास पढ़ती है.

अंकिता अग्रवाल – 0611497 (रोल नंबर)

यूपीएससी की परीक्षा में बिहारीगंज की बेटी अंकिता अग्रवाल ने देश में दूसरी रैंक हासिल की है। अंकिता की प्रारंभिक शिक्षा बिहारीगंज में ही हुई थी। कोलकाता व दिल्ली में उन्होंने उच्च शिक्षा ली। अभी अंकिता दिल्ली में ही हैं। दिल्ली से ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की। पहले भी परीक्षा दें चुकी अंकिता अग्रवाल की Success Story में उनके स्वजनों का अहम रोल रहा।

बचपन का सपना हुआ सच

जागरण की रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दे कि अंकिता के पिता मनोहर अग्रवाल हार्डवेयर व्यवसायी हैं। बिहारीगंज की दुकान उन्होंने अपने जीजा मिट्ठू लाल अग्रवाल को सौंप दी है। मनोहर अग्रवाल ने मोबाइल फोन पर बताया कि उनकी पुत्री अंकिता का बचपन से ही आइएएस बनने का सपना था। उन्होंने कठिन परिश्रम और स्मार्ट वर्क से अपने सपने को पूरा किया।

अंकिता के पिता ने बताया कि अंकिता ने माडर्न पब्लिक स्कूल, बिहारीगंज में तीसरी कक्षा तक पढ़ाई की। दिल्ली पब्लिक स्कूल, कोलकाता से टेन प्लस टू किया। उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र से आनर्स किया। दिल्ली के एक चर्चित कोचिंग संस्थान में उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की।

पहले भी क्रैक कर चुकी हैं यूपीएससी पर….

2019 में भी उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 236 वीं रैंक मिली थी। लेकिन अपने सपनों को उड़ान देने, आईएएस बनने की चाहत रखने वाली अंकिता ने फिर से परीक्षा में बैठने का निर्णय लिया और इसबार परचम लहरा दिया।

गामिनी सिंगल – 3524519 (रोल नंबर)

परीक्षा में रैंक 3 प्राप्त करने वाली गामिनी सिंगल ने परीक्षा में सेलेक्ट होने पर सोमवार को कहा कि महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के नतीजे (UPSC Final Result 2021) घोषित किये, जिसमें पहले तीन स्थानों पर महिलाएं काबिज हैं। श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रहीं जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला दूसरे और तीसरे स्थान पर काबिज हुईं।

सेल्फ स्टडी की मदद से हुए सपने साकार

पंजाब के आनंदपुर साहिब में रहने वाली सिंगला ने कहा कि वे परीक्षा के रिजल्ट से बहुत ख़ुश हैं। उनका कहना है कि यह बिल्कुल किसी सपने के सच होने जैसा है। गामिनी ने इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) को चुना है और वे चाहती हैं कि देश के विकास और लोगों के कल्याण का कार्य कर सकें। गामिनी सिंगला (UPSC Topper Gamini Singla) ने ज्यादातर सेल्फ स्टडी की मदद से ही अपनी तैयारी की और रैंक 3 प्राप्त किया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया। गामिनी का यह सिविल सेवा परीक्षा में दूसरा प्रयास था। अगर बात गामिनी के शैक्षिक बैकग्राउंड की हो तो उन्होंने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया है और इस वर्ष की सिविल सेवा परीक्षा में उन्होंने सोशयोलॉजी को अपने ऑप्शनल विषय के रूप में चुना था.

महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल करने में सक्षम

गामिनी का कहना है कि वे दिन में नौ से दस घंटे पढ़ाई करती थीं। उन्होंने पटियाला में विनोद सर से कोचिंग ली। उनके पिता ने परीक्षा की तैयारी में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सिंगला के माता-पिता हिमाचल प्रदेश सरकार में बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं। जब गामिनी से परीक्षा के टॉप 3 उम्मीदवारों के विषय में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इससे पता चलता है कि महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं।

ऐश्वर्य वर्मा – 5401266 (रोल नंबर)

ऐश्‍वर्य के पिता बैंक ऑफ बड़ौदा में काम करते हैं जबकि मां गृहणी हैं. उन्‍होंने कहा कि उनके परिवार में उनकी तैयारी में पूरा योगदान दिया. अपनी सफलता का मूलमंत्र उन्‍होंने बताया, ” मेहनत करते रहो और रिजल्‍ट की फिक्र न करो.” अपने इंटरव्‍यू के संबंध में उन्‍होंने जानकारी दी कि उनसे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, शतरंज, करेंट अफेयर्स, जियोग्राफी और एनर्जी सेक्‍टर से सवाल पूछे गए.

ऐश्‍वर्या नहीं” ऐश्‍वर्य – नाम को लेकर हमेशा बना मजाक

एक किस्सा सुनाते हुए ऐश्‍वर्य ने कहा, “लोग मुझे हमेशा मेरे नाम के लेकर चिढ़ाते थे. मैंने हमेशा सभी को यह समझाने की कोशिश की. मैंने सोचा कि बड़ा होने के बाद, एक दिन मैं टीवी पर आऊंगा और लोगों को बताऊंगा कि मेरा नाम ऐश्‍वर्य है ऐश्‍वर्या नहीं.” आखिरकार उन्‍होंने जो सोचा वो करके भी दिखाया.

आज तक के अनुसार ऐश्‍वर्य का कहना है कि दिन में 16-16 घंटे पढ़ाई करना एक भ्रामक बात है. यूपीएससी का सिलेबस बड़ा है, ऐसे में छोटे-छोटे, म‍िड टर्म और लॉन्‍ग टर्म प्‍लान बनाकर पूरे सिलेबस की तैयारी करनी चाहिए. उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें शतरंज खेलने और क्रिकेट खेलने का शौक है. अपनी तैयारी के दौरान वह ब्रेक लेने के लिए शतरंज और क्रिकेट खेला करते थे. ऐसा करने से अनावश्‍यक प्रेशर कम होता है.

रिजल्‍ट जारी होने पर उनका रिएक्‍शन कैसा था, इस सवाल पर उन्‍होंने कहा, ”मुझे यह जानकारी हजम करने में थोड़ा समय लगा. मेरिट में अपना नाम चौथे नंबर पर देखना खुशी की बात थी.” उन्‍होंने कहा कि तैयारी के दौरान अपनी पूरी क्षमता से पढ़ाई करनी चाहिए न कि लंबे समय तक. दिन में 16-16 घंटे लगातार पढ़ाई करने वाली बातें सही नहीं हैं.

उत्कर्ष द्विवेदी – 0804881 (रोल नंबर)

उत्कर्ष द्विवेदी से उनके नाना नानी हमेशा से कहा करते थे कि तुम्हे बड़ा होकर अफसर बनना है. उन्हीं के सपने को साकार किया है इंदौर के उत्कर्ष द्विवेदी ने. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में तीसरे अटेम्प्ट में 5वीं रैंक हासिल किया है. मूलरूप से लखनऊ के रहने वाले उत्कर्ष की स्कूली शिक्षा डीपीएस इंदौर से हुई है.

उत्कर्ष द्विवेदी का परिवार

उत्कर्ष द्विवेदी ने 5वीं रैंक हासिल की है. उत्कर्ष द्विवेदी इंदौर के एबी रोड़ स्थित शालीमार टाउनशिप में रहते हैं. वो मूल रूप से लखनऊ के निवासी हैं. वो पिछले 12 साल से अपने परिवार के साथ इंदौर में ही रह रहे हैं. उत्कर्ष के पिता जगदीश प्रसाद बिस्किट बनाने वाली कंपनी पार्ले प्रोडक्ट के इंदौर प्लांट में सीनियर एरिया मैनेजर के रूप में काम करते हैं.

ABP न्यूज़ कि रिपोर्ट के अनुसार उत्कर्ष के पिता ने बताया की वह उत्कर्ष की इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं. उत्कर्ष की बचपन से पढ़ाई लिखाई में रुचि रही है. उत्कर्ष की स्कूली शिक्षा डीपीएस इंदौर से पूरी हुई है. उन्होंने 2019 में VIT वेल्लूर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. उन्होंने बताया कि यह उत्कर्ष का UPSC एग्जाम का तीसरा प्रयास था. इसमें उन्होंने सफलता हासिल की है.

UPSC एग्जाम के परिणाम में सफल टॉप 10 अभ्यर्थियों की सूचि इस प्रकार है –

(UPSC Civil Services Toppers 2021)
रैंक- रोल नंबर- टॉपर्स

1- 0803237- श्रुति शर्मा
2- 0611497- अंकिता अग्रवाल
3- 3524519- गामिनी सिंगल
4- 5401266- ऐश्वर्य वर्मा
5- 0804881- उत्कर्ष द्विवेदी
6- 0834409- यक्ष चौधरी
7- 0886777- सम्यक एस जैन
8- 0801479- इशिता राठी
9- 1118762- प्रीतम कुमार
10- 6301529- हरकीरत सिंह रंधावा

UPSC Civil Services Final Result 2020 में भी रहा था महिलाओं का दबदबा –

UPSC Civil Services Final Result 2020: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 के फाइनल रिजल्ट में भी टॉप 10 में भी 5 महिला उम्मीदवार हैं, जिन्होंने परीक्षा पास की है। इस साल सिविल सर्विसेज में कामयाब होने वाली महिलाओं का प्रतिशत पिछले तीन वर्षों की तुलना में बेहतर है। 2017 में 24.2 फीसदी, 2018 में 23.9 और 2019 में 23.7 फीसदी महिलाओं ने यूपीएससी का एग्जाम फाइनली क्लियर किया। इस बार 25 दिव्यांग उम्मीदवारों ने भी कामयाबी हासिल की है।

बता दें कि सिविल सेवा परीक्षा 2020 में इस बार शुभम कुमार ने टॉप किया है. शुभम कुमार आईआईटी बॉम्बे से बी.टेक में ग्रेजुएट हैं. शुभम का रोल नंबर 1519294 है. शुभम ने वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान के साथ परीक्षा पास की है. वहीं जागृति अवस्थी और अंकिता जैन ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है.

जागृति अवस्थी – दूसरे स्थान पर रहीं

दूसरा स्थान हासिल करने वाली जागृति अवस्थी ने भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिल सकी। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। जागृति ने इससे सीख ली. जागृति पढ़ाई में ऐसे जुटीं कि यूपीएससी के अलावा उन्हें कुछ नहीं दिखाई दिया। रोज 8 से 9 घंटे पढ़ाई की। जब एग्जाम करीब आए तो 12 से 14 तक पढ़ाई करने लगीं। आखिरकार उन्हें सफलता मिली। जागृति कहती हैं कि अगर मौका मिले को तो महिलाएं क्या नहीं कर सकती हैं? परिवार का सपोर्ट मिले तो महिलाएं आसमान छू सकती हैं।

अंकिता जैन – तीसरे प्रयास में मिला तीसरा स्थान

अंकिता जैन ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है। इस से पहले अंकिता ऑडिट एंड अकाउंट सर्विसेज में मुंबई में तैनात थी। मूलरूप से दिल्ली की रहने वाली अंकिता की शादी आगरा के अभिनव त्यागी से हुई है, जो महाराष्ट्र कॉडर में आईपीएस हैं। अंकिता को तीसरे प्रयास में यह कामयाबी मिली। पहली और तीसरी बार में रैंक नहीं आई थी। दूसरी बार में रैंक मिली थी तो उनका ऑडिट एंड अकाउंट सर्विसेज में चयन हुआ था।

ममता यादव – रैंक सुधारने के लिए किये कठिन प्रयाश

हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के छोटे से गांव बसई की ममता यादव ने सिविल सर्विस एग्जाम तो पहले ही प्रयास में क्लीयर कर लिया था, लेकिन मन में आईएएस बनने का सपना अधूरा रह गया था, क्योंकि रैंक बहुत दूर थी। लेकिन ममता ने हार नहीं मानी और दिन में 10 से 12 घंटे तक कड़ी मेहनत की। आखिर वो दिन ही आ गया, जिसका इंतजार था। उन्हें पांचवीं रैंक मिली।

टीना डाबी – महज 22 वर्ष की उम्र में सफलता ने चूमे कदम

instagram – @Tinadabi

साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास करके टीना डाबी ने महज 22 वर्ष की उम्र में हर किसी को हैरान कर दिया था. यूपीएससी सीएसई 2015 परीक्षा (UPSC CSE Exam) में पहली रैंक हासिल कर वे चर्चा में आ गई थीं. उस समय उन्होंने अपने इंटरव्यू (UPSC Interview) में यूपीएससी परीक्षा पास करने की स्ट्रैटेजी बताई थी (UPSC Exam Tips). जानिए आईएएस टीना डाबी का एजुकेशन स्टेटस (IAS Tina Dabi Education).

साल 2020 से राजस्थान के फाइनेंस डिपार्टमेंट में जॉइंट सेक्रेटरी के तौर पर तैनात टीना डाबी (IAS Tina Dabi) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव और चर्चित हैं. हाल ही में अपनी सगाई की फोटो शेयर करने के बाद से वे सुर्खियों में छाई हुई हैं (Tina Dabi Fiance). ऐसा पहली बार नहीं है, जब टीना डाबी की इतनी चर्चा की जा रही है

रिया डाबी – टीना डाबी की बहन को भी मिली 15वीं रैंक

Instagram – @Riyadabi

सिविल सेवा परीक्षा 2020 में आईएएस टीना डाबी की बहन रिया डाबी को 15वां स्थान मिला है। सिविल सर्विस एग्जाम 2015 में टीना डाबी ने टॉप किया था। बहन की सफलता पर टीना डाबी ने लिखा, बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि मेरी छोटी बहन रिया डाबी ने यूपीएससी परीक्षा 2020 में 15वीं रैंक हासिल की है। टीना डाबी अभी राजस्थान सरकार में बतौर ज्वॉइंट सेक्रेटरी फाइननेंस के तौर पर कार्यरत हैं। टीना डाबी ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया था।

सिविल सर्विस 2020 के टॉप 10 टॉपर
(UPSC Civil Services Toppers 2020)

1- शुभम कुमार
2- जगरति अवस्थी
3- अंकिता जैन
4- यश जालूका
5- ममता यादव
6- मीरा के
7- प्रवीण कुमार
8- जीवानी कार्तिक नागजीभाई
9- अपला मिश्रा
10- सत्यम गांधी

सिविल सर्विस 2029 के टॉप 10 टॉपर
(UPSC Civil Services Toppers 2029)

1 – प्रदीप सिंह
2 – जतिन किशोर
3 – प्रतिभा वर्मा
4 – हिमांशु जैन
5 – जयदेव सीएस
6 – विशाखा यादव
7 – गणेश कुमार भास्कर
8 – अभिषेक सराफ
9 – रवि जैन
10 – संजीता मोहपात्रा

सिविल सर्विस 2018 के टॉप 10 टॉपर
(UPSC Civil Services Toppers 2018)

  1. कनिष्क कटारिया
  2. अक्षत जैन
  3. जुनैद अहमद
  4. श्रेयांस कुमात
  5. सृष्टि जयंत देशमुख
  6. शुभम गुप्ता
  7. कर्नाटी वरूणरेड्डी
  8. वैशाली सिंह
  9. गुंजन द्विवेदी
  10. तन्मय वशिष्ठ शर्मा

सिविल सर्विस 2017 के टॉप 10 टॉपर
(UPSC Civil Services Toppers 2017)

1 नंदिनी K R
2 अनमोल शेर सिंह बेदी
3 गोपालकृष्ण रॉननकी
4 सौम्य पांडेय
5 अभिलाष मिश्रा
6 कोठामासु दिनेश कुमार
7 आनंद वर्धन
8 श्वेता चौहान
9 सुमन सौरव मोहंती
10 बिलाल मोहि उद्दीन भट