UP Election Result 2022: UP चुनावी मैदान में उतरीं ये दिग्गज महिलायें उम्मीदवार, जिनपर रहेगी खास नज़र…

UP Election Result 2022: UP चुनावी मैदान में उतरीं ये दिग्गज महिला उम्मीदवार, जिनपर रहेगी खास नज़र...

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UP Election Result 2022: UP चुनावी मैदान में उतरीं ये दिग्गज महिला उम्मीदवार, जिनपर रहेगी खास नज़र...

UP Election Result 2022: आज देश के पांच राज्यों में हुए चुनावों का परिणाम आज आ जायेंगे. और आज हम बात करने वाले है उन दिग्गज महिलाओं की जिन पर रहने वाली है खास नज़र, आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटों (UP Election) पर कई दमदार महिला उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा.

कई महिलाएं यूपी की सियासत (UP Election) में पिछले कई वर्षों से प्रासंगिक बने रहे नेताओं की बेटियां हैं. आइये जानते हैं उन महिला उम्मीदवारों के बारे में जो उतरा प्रदेश में किस सीट पर कौन महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही है.

रिया शाक्य
रिया शाक्य को बीजेपी ने बिधूना सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. वह बीजेपी से सपा में जा चुके विनय शाक्य की बेटी हैं. रिया ने पुणे के सिबायोसिस कॉलेज से पढ़ाई की है. उन्होंने 2018 में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया है. इसके बाद वह देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रहीं थी. लेकिन पिता की तबियत खराब होने पर वह वापस बिधूना आ गईं.

सूत्रों के मुताबिक रिया शाक्य के पिता ने चुनाव के ठीक पहले समाजवादी पार्टी ज्वाईन कर ली थी. वहीं इस सीट पर सपा से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धनीराम वर्मा की पुत्रवधु रेखा वर्मा को टिकट दी गई है.

रूपाली दीक्षित
रूपाली दीक्षित आगरा के फतेहाबाद से चुनाव (UP Election) लड़ रही हैं. उन्हें सपा ने टिकट दिया है. रूपाली मंत्री रहे बाहुबली अशोक दीक्षित की बेटी हैं. अशोक जेल में हैं. 34 वर्षीय रुपाली ने इंग्लैंड से एमबीए किया है. वहीं उनके मुकाबले में बीजेपी ने छोटे लाल वर्मा को चुनाव मैदान में खड़ा किया हुआ है.

अशोक दीक्षित ने 2007 में फतेहाबाद से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. तब वह दूसरे नंबर पर रहे थे. इसलिये इस बार के चुनाव में रूपाली और छोटे लाल वर्मा के बीच मुकाबला है. गौरतलब है कि 2007 में पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या करने के मामले में अशोक दीक्षित जेल में है और सजा काट रहा है. अशोक दीक्षित पर 50 से अधिक मुकदमे दर्ज है.

आरती तिवारी
आरती तिवारी अयोध्या की गोसाईंगंज से बीजेपी की प्रत्याशी हैं. साल 2017 में गोसाईंगंज से बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे इंद्रदेव तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी. पिछले साल उन्हें मार्कशीट में गड़बड़ी के मामले में दोषी पाया गया और कोर्ट ने उन्हें 5 साल कैद की सजा सुना दी.

इसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता निरस्त हो गई. अब उनकी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने का दारोमदार उनकी पत्नी आरती तिवारी पर आ गया है. इस सीट से समाजवादी पार्टी से बाहुबली अभय सिंह यहां से प्रत्याशी हैं. दोनों ही उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होने की खबर सामने आई है.

मृगांका सिंह
मृगांका सिंह पश्चिमी यूपी के बड़े नेता और सांसद रहे हुकुम सिंह की बेटी हैं. मृगांका सिंह कैराना से चुनाव लड़ रही हैं. उन्हें बीजेपी ने टिकट दिया है. वहीं सपा-रालोद गठबंधन की प्रत्याशी नाहिद हसन की छोटी बहन इकरा हसन यहां पर चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुये हैं.

सपा प्रत्याशी नाहिद हसन इस समय धोखाधड़ी के एक मामले में जेल में बंद हैं. उनकी बहन बीजेपी की मृगांका सिंह के सामने चुनाव लड़ रही हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इस सीट पर सपा-रालोद गठबंधन और बीजेपी के बीच काफी बड़ा मुकाबला है.

अदिति सिंह
अगला नाम अदिति सिंह का है. अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से पिता अखिलेश सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. इस बार वह बीजेपी की टिकट पर रायबरेली सदर सीट से चुनाव लड़ रही हैं. इससे पहले वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनीं थी.

उन्होंने खुद को पिताहीन बेटी बताते हुये चुनाव लड़ रही हैं. अदिति के पिता अखिलेश सिंह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर रायबरेली सदर से तीन बार जीते हैं. यूएस से पढ़ी लिखी अदिति सिंह को 2017 में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनावी मैदान में उतारा था. इस सीट पर इस बार कांग्रेस, सपा और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.