जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) में कोई आई लव यू नहीं… सब सत्ता के लोभ की राजनीती…. BJP विधायक रामेश्वर शर्मा

जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) में कोई आई लव यू नहीं... सब सत्ता के लोभ की राजनीती.... BJP विधायक रामेश्वर शर्मा

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Jodha Akabar
Rameshwar Sharma & Jodha Akabar ( movie Poster )

भोपाल: बीजेपी विधायक और मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) का जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) के बारे में दिया गया बयान आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है, दरअशल बीजेपी विधायक ने आयोजित हिंदुत्व धर्म संवाद कार्यक्रम में कहा, जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) के बीच कोई “प्रेम” नहीं था बल्कि सत्ता के लिए बेटी को दांव पर लगाया गया था.

बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं हाल ही में हिंदुत्व धर्म संवाद कार्यक्रम उन्होंने ”जोधा-अकबर’ (Jodha-Akbar) पर विवादित बयान देकर अपने सोशल मीडिया व टीवी पर बवाल खड़ा कर दिया है, उन्होंने कहा कि “जोधा बाई और अकबर के बीच कोई प्रेम था क्या? क्या वे किसी कॉलेज में मिले थे?” जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) के बीच कोई “प्रेम” नहीं था बल्कि सत्ता के लिए बेटी को दांव पर लगाया गया था. जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) के बीच कोई “प्रेम” नहीं था बल्कि सत्ता के लिए बेटी को दांव पर लगाया गया था.

दोनों में कोई आई लव यू नहीं था… रामेश्वर शर्मा-
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के इस विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, वीडियो में रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) मंच पर खड़े होकर विवादित बयान देते नजर आ रहे है वो मंच से कहते है कि कोई आई लव यू नहीं था. जोधा बाई और अकबर में क्या था? कुछ था… लव था, मोहब्बत थी. कॉलेज में साथ पढ़े थे? कहीं मिले थे? कॉफी हाउस में, जिम में? जब लोग सत्ता के लोभी हो जाएं और सत्ता को चाहने के लिए बेटी को दांव पर लगा दें, ऐसे लुटेरे से भी सावधान रहो, जो तुम्हारे हैं पर धर्म को धोखा दे सकते हैं.”

हालाँकि जोधा-अकबर (Jodha-Akbar) पर टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं में फसे बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने राजपूत समाज से माफी मांगी हैं. उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया, “सागर में आयोजित हिंदुत्व धर्म संवाद कार्यक्रम में अकबर और जोधा बाई के प्रसंग के वर्णन का उद्देश्य मुगलों की चालाकी और फूट नीति का उल्लेख करना था. लेकिन फिर भी मेरे किसी शब्द से मेरे किसी राजपूत हिंदू भाई को ठेस पहुंची हो तो मैं आपसे क्षमा चाहता हूं.”