इंदौर से 8 बार सांसद रही सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) इस बार चुनाव नही लड़ेगी। टिकट मिलने में हो रही देरी के कारण नाराजगी जताते हुए सुमित्रा महाजन ने किया ऐलान। कहा जा रहा है कि BJP के फॉर्मूला 75 के कारण लिया ये निर्णय।
उन्होंने BJP को पत्र लिखकर कहा पार्टी ने अभी तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नही किया है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है संभव है की पार्टी को निर्णय लेने में संकोच हो रहा है। हालांकि इस संदर्भ में मैने पार्टी के वरिष्ठों से पहले ही चर्चा की है लगता है उनके मन मे अब कुछ असमंजस है। इसलिए मैं (Sumitra Mahajan) यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नही लड़ना है। अतः पार्टी अब अपना निर्णय मुक्त मन से करे निःसंकोच होकर करे ।
सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) ने पहली बार 1989 मे अपने ससुराल इंदौर से 46 साल की उम्र में BJP के टिकट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और कांग्रेस के नेता प्रकाशचंद्र सेठी जो कि राज्य के मुख्यमंत्री और देश के गृहमंत्री रहे को भारी मतों से पराजित किया और इंदौर की लोकसभा सीट पर अपना कब्जा किया। उन्होंने कहा , मैं इंदौर की बहू हूं इसलिये ‘इंदौर की चाबी’ मुझे मिलनी चाहिए.
और तब से आज तक इंदौर की चाबी उन्ही के पास है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक पत्रिका को दिए ताजा साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि यह उनकी पार्टी का फैसला है कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को लोकसभा चुनावों का टिकट नहीं दिया जाएगा। अमित शाह ने इस इंटरव्यू में सुमित्रा महाजन का नाम नहीं लिया था लेकिन सुमित्रा महाजन ने वक्त की नजाकत को भांपते हुए खुद घोषणा कर दी कि वह इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
बता दे कि अगले ही शुक्रवार को 76 साल की होने जा रहीं सुमित्रा महाजन ने अपनी इस घोषणा के बाद कहा, ‘मैं यहां-वहां से 75 साल की कैटिगरी (75 साल से ज्यादा उम्र के बीजेपी नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के फॉर्म्युले) के बारे में सुन रही थी ।अब तो मैं इस कैटिगरी में भी आ गई हूं।