प्रज्ञा ठाकुर ख़बरों में बने रहने के लिए उलटे सीधे बयान दे रही है अब उन्होंने नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को देशभक्त बताया है. इसके बाद पार्टी ने फिर से उनके बयान से किनारा कर लिया और आलोचना होने लगी तो प्रज्ञा ठाकुर ने माफ़ी मांग ली. इससे पहले भी प्रज्ञा ठाकुर शहीद हेमंत करकरे का अपमान करके माफ़ी मांग चुकी है.
प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को देशभक्त बताने के बाद ट्विटर पर माफी मांग ली है. लगभग रात को 1 बजे किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिये देश की जनता से माफ़ी मांगती हूं. मेरा बयान बिलकुल ग़लत था. मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं.’ गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं. गौरतलब है कि प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को लेकर एक सवाल पूछा, जिस पर उनका जवाब आया कि वह देश भक्त थे, हैं और रहेंगे. बता दें,
जब इस बयान पर विवाद बढ़ा तो पार्टी ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया इसके बाद प्रज्ञा ठाकुर ने माफ़ी मांग ली व पूरा दोष मीडिया ऊपर दाल दिया.
मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिये देश की जनता से माफ़ी माँगती हूँ । मेरा बयान बिलकुल ग़लत था । मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूँ ।
जब साध्वी रोड शो कर रही थी तभी प्रज्ञा ठाकुर से इस मसले पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, है और रहेंगे. उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं की गिरेबान में झांक कर देखें, ऐसा बोलने वालो को इस चुनाव में जवाब दे दिया जाएगा.” इसके बाद एनडीटीवी के सहयोगी ज़फर मुल्तानी ने पूछा, क्या आप नाथू राम गोडसे का समर्थन करती हैं. इस पर उन्होंने नजरअंदाज कर अपना रोड शो जारी रखा.
विवादों से पुराना नाता
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की छवि विवादित रही है उन पर आरएसएस प्रचारक के मर्डर से लेकर बम्ब ब्लास्ट तक के आरोप लग चुके है, परन्तु भगवा आतंकवाद की छवि को नकारते हुए बीजेपी ने उनको भोपाल से प्रत्यासी बनाया है. जब से उनको टिकट दिया है वो उलटी-सीधी बयान-बाजी से आलोचकों के निशाने पर है और बीजेपी बार-बार उनके बयान से किनारा कर रही है. तो क्या अब साध्वी को टिकट देकर बीजेपी के लिए सांप-छछूंदर वाली बात हो गई जो ना तो निगला जाये और न ही उगला जाए?