काबुल में महिलाओं ने बीती रात पाकिस्तान के खिलाफ खूब प्रदर्शन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। यह प्रदर्शन अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) की महिलाओं पर तालिबान के द्वारा किये गए जुल्मों और पाकिस्तान की अफगानिस्तान के अंदर घुसपैठ के खिलाफ प्रदर्शन बताया जा रहा है।
देखा जाये तो अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) के कई शहरों में महिलाएं अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ते हुए पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन रात में ऐसे प्रदर्शन काबुल में पहली बार हुए हैं।
आपको बता दें कि तालिबान ने पंजशीर की जंग जीतकर पूरे अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा होने का दावा किया है। ख़बरें यह भी है कि तालिबान ने पाकिस्तान की मदद से ये लड़ाई जीती है।मीडिया की एक रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के सैनिकों ने तालिबान के साथ मिलकर पंजशीर में रेजिस्टेंस फोर्स के खिलाफ लड़ाई लड़ी है।
खबरे यहाँ तक है की – तालिबान भले ही अफगानिस्तान की लड़ाई जीत कर अफगानिस्तान पर कब्जा होने का दावा करता हो, लेकिन वहां जंग जारी रहने की खबरें हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजशीर में कुछ सैना के विमानों ने तालिबानी ठिकानों पर हमला किया है। लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ये विमान किस देश के थे।
पंजशीर में गवर्नर हाउस पर तालिबान ने सोमवार को अपना झंडा फहराया और पूरे अफगानिस्तान पर कब्जे का ऐलान किया।
पंजशीर में तालिबान के खिलाफ विद्रोह की लड़ाई लड़ने का नेतृत्व करने वाले नॉर्दर्न अलायंस के चीफ अहमद मसूद के अफगानिस्तान छोड़ कर काजिकिस्तान भागने की खबरें सामने आयी हैं। तालिबान के समर्थकों के द्वारा कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है। इधर, पंजशीर समर्थकों का कहना है कि मसूद अभी घाटी में कही है। उनका दावा है कि मसूद आखिरी दम तक पंजशीर में ही रहेंगे। वे दुश्मनों को पीठ दिखाने वालों में से नहीं हैं।
तालिबान के ठिकाने पर हमला होने से पहले सोमवार को तालिबान ने कहा था कि उसने पंजशीर भी जीत लिया है और अब पूरा अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) उसके कब्जे में हैं। दूसरी तरफ रेजिस्टेंस फोर्स ने भी हार नहीं मानते हुए नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स के नेता अहमद मसूद ने तालिबान के खिलाफ पूरे अफगानिस्तान में जंग छेड़ने की बात कही है।
मसूद के द्वारा मीडिया को एक ऑडियो मैसेज भेजा गया जिसमे अफगानी लोगों से कहा, ‘आप देश के अंदर हों या बाहर, मैं आप लोगों से अफगानिस्तान की गरिमा, स्वतंत्रता और समृद्धि के लिए राष्ट्रीय विद्रोह शुरू करने का आह्वान करता हूं।’