NCRB Report: हाल ही में एनसीआरबी (National Crime Records Bureau) की लेटेस्ट रिपोर्ट में कुछ आंकड़े सामने आए हैं जिनमें भारत के उन शहरों का जिक्र है जो लड़कियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं. इस लिस्ट में देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) का नाम सबसे ऊपर है. वहीं, दूसरे और तीसरे पायदान पर मुंबई (Mumbai) और बेंगलुरु हैं. बात जब महिलाओं की सुरक्षा की आती है तो इसमें कोई दोराय नहीं कि हर महिला जरूरी सावधानी बरतने की पूरी कोशिश करती है. ऐसे में निम्न ऐसे ही कुछ सेफ्टी टिप्स (Safety Tips) हैं जो मुश्किल घड़ी में काम आएंगे और इनसे आप अपनी व अपने आसपास किसी की मदद कर पाएंगी.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ टिप्स | Tips For Women’s Safety
सेक्योरिटी सिस्टम – security system
अगर आप अकेली रहती हैं तो घर पर सेक्योरिटी सिस्टम लगवा सकती हैं. इससे आपको पता होगा कौन कब आपके आसपास भटकने की कोशिश कर रहा है और घर में होने वाली चोरी-चकारी को भी सेक्योरिटी कैमरा की मदद से रोका जा सकता है.
सोशल मीडिया पर लोकेशन – location on social media
आजकर एक बहुत ही आम सी चीज है कि सोशल मीडिया पर कहीं आते-जाते अपनी लोकेशन (Location) भी शेयर की जाती है. अगर कोई आपको नुकसान पहुंचाना चाहता होगा तो आपके अकाउंट की अपडेट्स से ही आप तक पहुंच जाएगा. ऐसे में वापस घर आने के बाद अपनी लोकेशन के बारे में सोशल मीडिया (Social Media) पर जानकारी साझा करना बेहतर है बजाय तुरंत लाइव अपडेट्स देने के.
जीपीएस – GPS
जब आप देर रात ट्यूशन, ऑफिस या कहीं और से घर के लिए निकलें तो अपने फोन का जीपीएस ऑन रखें और साथ ही किसी जानकार को अपनी लाइव लोकेशन शेयर करें. लड़कियां इस ट्रिक को खूब अपनाती हैं कि कैब में बैठकर जोर-जोर से सामने वाले को जानकारी देना कि वे किस कैब में बैठी हैं और लाइव लोकेशन भेज चुकी हैं.
अपनी गट फीलिंग पर करें भरोसा – trust your gut feeling
किसके मन में क्या चल रहा है यह पता लगाना बेहद मुश्किल है. एक बहुत ही अच्छा लगने वाला इंसान भी आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकता है. इसलिए अगर आपको ऐसे व्यक्ति के साथ कहीं अकेले आने-जाने में या फिर मिलने में घबराहट या डर महसूस हो रहा है तो अपनी गट फीलिंग पर भरोसा करें और सावधानी बरतना शुरु कर दें, यह बिल्कुल भी ना सोचें कि सामने वाले को बुरा भी लग सकता है क्योंकि आपकी सुरक्षा किसी के रूठ जाने से ज्यादा जरूरी है.
पुलिस की मदद लेने से कतराएं नहीं – Don’t hesitate to take help of police
अगर आपको किसी से खतरा महसूस होता है या कोई आपको स्टोक कर रहा है, आपका पीछा कर रहा है, तो ऐसे व्यक्ति की शिकायत करने से कतराएं नहीं और जरूरी मदद भी लें.
इन बड़े शहरों की कितनी असुरक्षित महिलायें – How many insecure women in these big cities
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में बढ़ते अपराध को लेकर एनसीआरबी ( NCRB) की एक रिपोर्ट सामने आई है. इसके अनुसार, साल 2021 में दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर ( metropolitan city ) था. इस साल हर दिन दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया. दिल्ली में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के 13,892 मामले दर्ज किए गए, जो कि 2020 की तुलना में 40% से अधिक हैं. बता दें कि साल 2020 में यह आंकड़ा 9,782 था.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले सभी 19 महानगरों की श्रेणी में कुल अपराधों का 32.20 प्रतिशत हैं. दिल्ली के बाद राजधानी मुंबई का स्थान था. मुंबई में 5,543 ऐसे मामले दर्ज किए गए. वहीं, बेंगलुरु में 3,127 मामले सामने आए.
महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े – crime statistics against women
साल 2021 में राष्ट्रीय राजधानी में अन्य बड़ों शहरों की तुलना में अपहरण (3948), पतियों द्वारा क्रूरता (4674) और बालिकाओं के बलात्कार (833) से संबंधित श्रेणियों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2021 में दिल्ली में हर दिन औसतन दो लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया. रिपोर्ट (NCRB) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के 13,982 मामले दर्ज किए गए, जबकि सभी 19 महानगरों में कुल अपराध 43,414 थे. राजधानी में 2021 में दहेज हत्या के 136 मामले दर्ज किए गए , जो 19 महानगरों में होने वाली कुल मौतों का 36.26 प्रतिशत है.
दिल्ली में पिछले साल महिलाओं के साथ अभद्रता करने के इरादे से उन पर हमले के 2,022 मामले दर्ज किए गए. एनसीआरबी (NCRB) ने कहा कि 2021 में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (केवल बालिका पीड़ित) (Protection of Children from Sexual Offences Act) के तहत 1,357 मामले दर्ज किए गए थे. आंकड़ों के अनुसार, 2021 में बच्चियों के बलात्कार के 833 मामले दर्ज किए गए, जो महानगरों में सबसे अधिक हैं.
पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए बहुत बहुत सुक्रिया हम आशा करते है कि आज के आर्टिकल NCRB Report से जरूर कुछ सीखने को मिला होगा, अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे शेयर करना ना भूले और ऐसे ही अपना प्यार और सपोर्ट बनाये रखे THEHALFWORLD वेबसाइट के साथ चलिए मिलते है नेक्स्ट आर्टिकल में तब तक के लिए अलविदा, धन्यवाद !