शहीद को नीचा दिखाने वालों को ‘वोटर ही जवाब देंगे-शहीद हेमंत करकरे की बेटी’जुई’

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शहीद हेमंत करकरे की बेटी 'जुई'(Bhaskar Photo)

लोकसभा चुनाव चल रहे है और नेताओं की गन्दी बयान-बाजी ने सैनिकों से लेकर शहीदों को भी राजनीति में घसीट लिया है और तो और शहीदों के खिलाफ भी अपनी जबान से गलत टिप्पणी की है।
उनमें से एक है भोपाल लोकसभा सीट की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा जिन्होंने शहीद हेमंत करकरे के लिए कहा की आतंकवादियों ने उसे मेरे श्राप के कारण मार दिया और शहीद के लिए देशद्रोही जैसे शब्दों का भी प्रयोग किया और उनका साथ बीजेपी ने पूरी तरह से दिया। हालाँकि कानूनी रूप से इस तरह के नेताओं पर कोई कर्यवाही नहीं होती परन्तु शहीद हेमंत करकरे की बेटी का कहना है कि ‘‘वोटर समझदार हैं, वे ही जवाब देंगे। शहीद को नीचा दिखाने वाले लोगों की कोई भी चाल काम नहीं आएगी।’’

2008 में हुए मुंबई हमलों में महाराष्ट्र एटीएस चीफ हेमंत करकरे शहीद हो गए। परन्तु 11 साल बाद उनकी शहादत पर राजनीतिक बयान-बाजी हो रही है।

शहीद हेमंत करकरे की बेटी ‘जुई’ जो अमेरिका के बॉस्टन में रह रहीं है उसने अपने पिता के बारे में दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा कि ‘‘पिता की शहादत के बाद कुछ नेता चुनावी फायदे के लिए आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। ऐसे नेताओं से मुझे कुछ नहीं कहना, क्योंकि वो समझेंगे भी नहीं और मैं ऐसे लोगों पर बोलकर उन्हें अहमियत भी नहीं देना चाहती।’’

जुई ने कहा कि ” मां कहती थीं कि हेमंत की शहादत पर कुछ लोगों ने तो ये भी कहा कि इनके पति को हीरोगिरी का शौक था, इसलिए ऐसा हुआ। पर मेरा कहना है कि यही उनकी देशभक्ति की अमर निशानी है।
जुई का साध्वी के बयान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ऐसे नेताओं से कुछ नहीं कहना। फायदा भी नहीं है। पर वोटर समझदार हैं। जानते हैं कि कौन शहीदों की इज्जत कर रहा और कौन नीचा दिखा रहा है। शहीद को नीचा दिखाने वाले लोगों की कोई भी चाल काम नहीं आएगी।

जुई ने अपने पिता की संवेदनशीलता पर बात करते हुए कहा कि पापा चंद्रपुर में एसपी थे तो गांव के लोगों को नक्सलियों से नहीं डरने के लिए बोलते थे। पर कभी नक्सलियों पर गोली नहीं चलाई। क्योंकि वह जानते थे कि नक्सली एक विचारधारा है जिसे गोली से खत्म नहीं किया जा सकता। वह गांव वालों को बताते थे कि वे पुलिस का साथ दें, नक्सलियों को पनाह नहीं।