हाथरस (Hathras) केस में पीड़ित परिवार पर पुलिस के अत्याचार की बात सुन सहम जाओगे

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Hathras
Pic Credit-Dainik Jagran

देश को शर्मसार करने वाले हाथरस (Hathras) केस में पुलिस का चोरी-छिपे दाह संस्कार करने के बाद अब पुलिस पर पीड़ित परिवार के साथ मारपीट और परिवार को कैद करने का गंभीर आरोप है।
और ये आरोप लगाया है पीड़ित परिवार ने। परिवार का कहना है कि पुलिस लगातार उनको डरा-धमका रही है, दबाव बना रही है।

मीडिया को बताया कि पुलिस लगातार उन पर, परिवार पर बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिसवाले परिवार के लोगों को डरा-धमका रहे हैं, पीट भी रहे हैं. साथ ही परिवार के सभी लोगों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है, सबके फोन ले लिए गए हैं. ताकि कोई भी मीडिया से बात न कर सके। पीड़िता के कज़िन ने बताया कि वे किसी तरह पुलिस से बचकर बाहर निकले तो मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि परिवार गांव में बिल्कुल भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। उन्हें पुलिस और राजनेताओं पर भरोसा नहीं है। परिवार को डर है कि कल को उन्हें गांव छोड़कर भी जाना पड़ सकता है।

साथ ही मीडिया वालों के साथ जिस तरह का पुलिस का बर्ताव हो रहा है वो भी पूरा देश देख रहा है। हालांकि पुलिस-प्रशासन को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक अक्टूबर को पूरे मामले में स्वतः संज्ञान भी ले लिया है। जस्टिस राजन रॉय और जसप्रीत सिंह की बेंच ने उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव, डीजी, एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर, डीएम हाथरस, एसपी हाथरस को नोटिस जारी किया है।

इससे पहले एक अक्टूबर को हाथरस (Hathras) के डीएम प्रवीण कुमार का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वो परिवारवालों को धमकी भरे अंदाज में कह रहे हैं कि आधे मीडिया वाले आज चले गए, आधे कल चले जाएंगे। फिर हम लोग ही बचेंगे।
इसके अलावा पुलिस के द्वारा मृतका के जबरन दाह संस्कार का वीडियो भी वायरल हुआ था और उत्तर प्रदेश पुलिस ने बलात्कार होने से भी इंकार किया है।

अब पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठ रहे है कि किस कानून के तहत वो पीड़ित परिवार के साथ इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है।