- टेक्नोलॉजी की दुनिया महिलाएं हाशिए पर
फेसबुक (Facebook) के संस्थापक मार्क जकरबर्ग की बहन रैंडी जकरबर्ग ने फेसबुक की नौकरी छोड़ने का कारण बताया।
उनका कहना है, उन्हें कंपनी में महिलाओं की कमी हमेशा अखरती थी।
रैंडी ने एक इंटरव्यू में कहा की उन्हें यह पसंद नहीं था कि कंपनी के ज्यादातर सेक्शन में उनके अलावा कोई और महिला नहीं है।
रैंडी के अनुसार शुरुआत में फेसबुक में 50 कर्मचारी थे। उस वक्त टेक इंडस्ट्री में महिलाओं का शामिल होना मुश्किल था। लेकिन, मैं ऐसा माहौल चाहती थी जहां महिलाओं की भागीदारी ज्यादा हो। यह समझ से परे है कि 15 साल बाद भी स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं आया है। 4 फरवरी को फेसबुक(Facebook) अपने 15 साल पूरे कर चुकी है।
रैंडी ने कहा कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में पुरुषों का दबदबा है और महिलाएं लगातार हाशिए पर बनी हुई हैं। सिलिकॉन वैली में महिलाओं की भूमिका मुझे हमेशा मुश्किल लगती है।
उन्होंने आगे कहा कि अपनी इसी सोच की वजह से मुझे महसूस हुआ कि सिलिकॉन वैली से बाहर निकलने की जरूरत है। मुझे इस बात को समझना जरूरी लगा कि दम घोंटने वाले माहौल में हम महिलाओं को कहां खोते जा रहे हैं।
रैंडी के अनुसार फेसबुक उनके भाई का विजन है। यह उसकी कंपनी है। मैं अपने लिए कुछ नया करना चाहती हूं।
अपने भाई मार्क जकरबर्ग के कहने पर रैंडी 2004 में फेसबुक की शुरुआत से ही कंपनी के साथ जुड़ गई थीं।
रैंडी ने कहा कि मैंने फेसबुक में जो काम किया उससे मैं खुश हूं। लेकिन, वहां अकेली महिला होना मुझे नापसंद था। मैं समस्या का हिस्सा बने रहने की बजाय हमेशा समाधान चाहती हूं।
उन्हें लाइव स्ट्रीमिंग डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी मिली थी। रैंडी ने 2011 में फेसबुक की नौकरी छोड़कर खुद की मीडिया फर्म शुरू की।
फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग की बहन से हुई छेड़छाड़
कुछ वक्त पहले रैंडी से एक छेड़छाड़ का मामला भी सामने आया था। जब रैंडी लॉस एंजेलिंस से मेक्सिको जा रही थीं। तथा इसकी जानकारी रैंडी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने साथ हुई छेड़खानी की घटना के बारे में बताया था ।