Putin के खिलाफ खड़ी हुई बेटी, युद्ध के लिए ठहराया कसूरवार, देश छोड़ ली इजरायली नागरिकता…

Putin के खिलाफ हुई बेटी, युद्ध के लिए ठहराया कसूरवार, देश छोड़ ली इजरायली नागरिकता...

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Putin के खिलाफ हुई बेटी, युद्ध के लिए ठहराया कसूरवार, देश छोड़ ली इजरायली नागरिकता...

क्रेन पर हमले के बाद पूरी दुनिया में आलोचना का सामना कर रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Putin) घर में भी घिरते दिख रहे हैं। पुतिन की मुंह बोली बेटी केन्सिया सोबचाको ने अपने पिता के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। अपने ‘पिता’ से नाराज होकर 40 साल की केन्सिया सोबचाको ने देश छोड़ दिया है। अपने बेटे के साथ केन्सिया ने इजरायल की नागरिकता ली है। उन्होंने मॉस्को का अपना घर भी बेच दिया है। जिसकी कीमत 75 करोड़ रुपए से ज्यादा है। उनके हिसाब से जंग के लिए पुतिन जिम्मेदार है।

बचपन से साथ रही लेकिन कट्टरता ने किया दूर –
आपको बता दे कि केन्सिया को पुतिन उस वक्त से जानते हैं जब रूस में उन्हें कोई नहीं जानता था। केन्सिया के पिता पुतिन के प्रोफेसर थे। पुतिन का उनके घर आना-जाना था। केन्सिया बचपन से ही पुतिन (Putin) के करीब रहीं। पुतिन भी उन्हें अपनी मुंहबोली बेटी मानते थे। यहूदी परिवार से ताल्लुक रखने वाली केन्सिया का जब बैपटिज्म (धार्मिक संस्कार) हुआ था तो उसमें युवा पुतिन भी शामिल हुए थे।
पुतिन के राष्ट्रपति बनने के बाद भी दोनों परिवारों के बीच अच्छे संबंध रहे। लेकिन रूस में राजनीतिक विरोधियों पर हमले, युद्ध की वकालत से खफ़ा होकर केन्सिया ने पुतिन का विरोध शुरू कर दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि केन्सिया के पिता पुतिन (Putin) के प्रोफेसर थे। उनकी मौत के बाद पुतिन उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।

75 करोड़ का घर बेच, बेटे के साथ इजरायल गईं –
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद केन्सिया रूस की पहली हस्ती थीं जिन्होंने इस आक्रमण का विरोध किया था। उन्होंने खुलेआम इसके लिए पुतिन (Putin) को जिम्मेदार ठहराया। लेकिन पुतिन पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उल्टे उन्होंने अपने विरोधियों को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया। ऐसे में केन्सिया अपने बेटे के साथ इजरायल चली गईं। यहूदी होने के कारण उन्हें आसानी से इजरायल की नागरिकता भी मिल गई।

केन्सिया पुतिन (Putin) के खिलाफ लड़े थे चुनाव –
2018 आते-आते पुतिन और केन्सिया को परिवार के रिश्ते इतने बिगड़ गए कि केन्सिया ने उनके खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। हालांकि चुनाव में वो पुतिन को खास चुनौती नहीं दे पाईं। पुतिन आसानी से चुनाव जीत गए। लेकिन इसके बाद केन्सिया और भी ज्यादा मुखर होकर राष्ट्रपति पुतिन के फैसलों का विरोध करने लगीं।

पुतिन को राजनैतिक गुरु केन्सिया के पिता ही थे –
केन्सिया के पिता अनातोली सोबचाकी पुतिन के लॉ प्रोफेसर थे। उन्होंने ही पुतिन (Putin) को राजनीति की राह दिखाई थी। इसके पहले पुतिन जासूस का काम करते थे। अनातोली सोबचाकी की मदद से ही पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग के डिप्टी मेयर बने थे। यह राजनीति में उनका पहला बड़ा मुकाम था।

टीवी एंकर से नेता बनने तक का सफर –
केन्सिया शुरुआत में एक रूसी टीवी चैनल पर एंकरिंग करती थीं। उन्हें मॉडलिंग का भी शौक था। कभी रूसी टीवी के लिए एंकरिंग करने वाली केन्सिया ने रूस-यूक्रेन जंग के बाद रूसी न्यूज चैनलों पर ‘सफेद झूठ’ परोसने का आरोप लगाया था।