गरीब होना एक बड़ा दुःख होता है परन्तु हिन्दुस्तान में जाति से गरीब होना ही सबसे बड़ा दुःख है। हिन्दुस्तान में दलितों और महिलाओं के साथ दिनों-दिन अत्याचार बढ़ते जा रहे है। दलित (schedule caste) होना महिला और उसके परिवार के लिए दिल्ली के एक इलाके में रहना मुश्किल हो गया यहाँ तक की उसके 9 साल के बच्चों पर भी दबंगों ने हमला कर दिया। पीड़िता की पहचान बबिता देवी के रूप में हुई है।
यह मामला उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी थाना इलाके में सामने आया है। यहाँ एक महिला के साथ साथ उसके बच्चे तथा उसके पति पर भी दबंग जाती के लोगों ने हमला कर दिया है। तथा उनको जान से मरने की भी कोशिश की गई है यहाँ भी पुलिस की मिली भगत सामने आयी है।
दरअसल बात यह है कि यहां गली में एक हैंडपंप लगा हुआ है और यहाँ एक छोटा बच्चा (9 साल) पानी भरने गया था परन्तु दबंगों ने बच्चे की पिटाई कर दी। अपने बच्चे को बचाने आई मां पर भी दबंगों ने लोहे की रॉड से हमला किया तथा उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया। जब उसके पिता बचाने आए तो बदमाशों ने रॉड से सिर फोड़ डाला।
पीड़ित के अनुसार दबंगों का कहना है कि पुलिस उनके जेब में है और इसी प्रभाव से पुलिस ने उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया। जबकि पीड़ित कई बार मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस को कह चूका है।
बाद में कोर्ट के हस्तक्षेप के 41 दिन बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 323/341/325/506/34 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है। जबकि एससी एसटी एक्ट के अनुसार तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए और इसके अलवा महिला के साथ मारपीट के मामले में भी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।
गौरतलब है कि बबिता देवी गली नंबर-8, ए-ब्लॉक, वेस्ट कमल विहार, बुराड़ी में रहती हैं। उसके परिवार में उसका पति गोपाल चौधरी व 3 बच्चे हैं। मुख्य बात यह है कि वह दलित (schedule caste) हैं। गोपाल मजदूरी करते हैं।
खबर के अनुसार 28 मार्च सुबह बबिता का 9 साल का बेटा गली में लगे हैंडपंप से पानी लेने गया था। तभी दबंगों ने बच्चे की पिटाई कर दी। मां बच्चे को बचाने आई तो दबंगों ने उसके साथ गाली-गलौज किया। विरोध करने पर पिंटू यादव, पन्ना लाल यादव, चंटू यादव, रंजना देवी ने मिलकर उसे मारना शुरू कर दिया। उसके हाथ पर रॉड से मारा जबकि पति का सिर फोड़ दिया।
गोपाल ने बात करते हुए बताया कि उसने 2016 में अपना मकान बनाया था। आसपास यादव, ब्राह्मण, ठाकुर सहित अन्य जाति के लोग भी रहते हैं। इससे पहले दबंग लोग कई बार मारपीट कर चुके हैं।
दबंग कहते है कि यहां सभी ऊंची जाति के लोग रहते हैं, इसलिए तुम्हे यहाँ नहीं रहना चाहिए। उनका कहना है कि यहां से मकान खाली करके चले जाओ, नहीं तो ऐसे ही मारते रहेंगे। यह भी कहते हैं कि बुराड़ी थाना उनकी जेब में है। हम 5 बार फोन कर इन लोगों के खिलाफ शिकायत दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
अब दबंगों के दर से उन्होंने मकान खली कर दिया है तथा दूसरी जगह रहते है। बबिता और उसके परिवार का सपनों का घर अब दबंगों ने खली करवा दिया है और उनका साथ दिया पुलिस ने। भले ही कानून कितना ही मजबूत हो परन्तु महिलाओं और दलितों (schedule caste) के साथ हिदुस्तान में अपराध कम नहीं हो रहे है। इसका मुख्य कारण है कानून के रखवाले गरीबों और महिलाओं का साथ नहीं देते।