- पाकिस्तानी लेखिका के अलावा कई पत्रकारों ने अभिनंदन को रिहा करने की मांग की
फातिमा भुट्टो नामक एक लेखिका ने अपनी ही सरकार से अपील की है की वो भारतीय वायुसेना विंग कमांडर Abhinandan को रिहा कर दे. हालाँकि उनको इसके लिए अपने ही देश के लोगों से ट्रोल होना पड़ा.
हम आपको बता दे कि फातिमा भुट्टो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की पोती है और लेखिका भी है. फातिमा भुट्टो ने बुधवार को इमरान खान सरकार से भारतीय वायुसेना के उस पायलट Abhinandan को रिहा करने के लिए कहा जिसे एक हवाई संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने पकड़ लेने का दावा किया है.
भारतीय पायलट को बुधवार को उस समय कथित रूप से पकड़ लिया गया जब वह अपने मिग 21 बाइसन विमान से सुरक्षित बाहर निकल गए थे. हालांकि वह नियंत्रण रेखा पार करके पाकिस्तान की सीमा में जा गिरे.
भुट्टो ने न्यूयार्क टाइम्स के लेख में लिखा, ‘‘मैं और कई अन्य युवा पाकिस्तानी हमारे देश से आग्रह करते हैं कि शांति, मानवता और प्रतिष्ठा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के एक संकेत के तौर पर भारतीय पायलट को रिहा कर दिया जाए जिसे पकड़ा गया है.
Pakistan must maintain this profoundly moral stand. It would be an important gesture to release the captured Indian airforce pilot. Our commitment at this moment must be to peace and humanity.
— fatima bhutto (@fbhutto) February 27, 2019
14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवरेट नेशन’ दर्जा वापस ले लिया था.
इसके बाद 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपने असैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया था. भारत के इस कार्रवाई को पूरी दुनिया ने भरपूर समर्थन किया.
इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में एक बार फिर दाखिल होने की कोशिश की लेकिन इस बार भी वह कामयाब नहीं हो पाए. इस दौरान भारतीय वायुसेना का एक पायलट पाकिस्तान की हिरासत में आ गया. परन्तु भारत ने भी एक पाकिस्तानी विमान F-16 को मार गिराया हालाँकि पाकिस्तान इस बात से इंकार कर रहा है.
फातिमा के अलावा भी पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों और लोगों ने Abhinandan को छोड़ने की मांग की और शांति की अपील की.