उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक और मासूम की दुष्कर्म के बाद मौत हो गई। 6 वर्षीय बच्ची के साथ 20 दिन पहले अलीगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र में दुष्कर्म हुआ था। यह आरोप पीड़ित की मौसी के लड़के पर है। पीड़ित को इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया था, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। इस घटना से नाराज परिजन ने हाथरस में बलदेव रोड पर सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। हालांकि, थाना प्रभारी को सस्पेंड किए जाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए हैं। हाथरस में होनेवाली दुष्कर्म और मौत की घटना पहले ही पूरे देश को झखझोर दिया है। और दूसरी तरफ आरोपियों के पक्ष में जातीय पंचायतें हो रही है।
सीओ इगलास परशुराम सिंह ने बताया कि घटना के दिन बच्ची को जिला अस्पताल भेजा गया था। अगले दिन बच्ची को पिता के हवाले कर दिया गया। चाइल्ड लाइन बच्ची की देखरेख कर रही थी। उसके बाद पिता ने एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। 21 अक्टूबर को आरोपी के संबंध में इगलास थाने में तहरीर दी गई। 24 अक्टूबर को नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसे किशोर न्यायालय में पेश किया गया। जहां बाल कल्याण समिति के आदेश पर आरोपी को मथुरा बाल गृह भेज दिया गया। इस बीच बच्ची की हालत बिगड़ गई तो 4 अक्टूबर को मेडिकल कॉलेज से दिल्ली एम्स ले जाया गया। सोमवार को दिन में बच्ची की मौत हो गई।
मौसी के रह रही थी पीड़िता
पिता का कहना है कि पीड़िता तीन माह पहले अपनी बहन के साथ मौसी के यहां रहने गई थी और 17 अक्टूबर को बच्ची के साथ मौसी के लड़के ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने गलत लड़के को गिरफ्तार किया है। जिस लड़के को गिरफ्तार कर बाल गृह भेजा गया, वह मानसिक रोगी है। मरने से पहले बेटी ने जिसका नाम लिया था, उसके छोटे भाई को पकड़ा गया है। आरोपी उससे बड़ा है। मेरी बड़ी लड़की को अलीगढ़ से वापस लाया जाए। पिता ने इगलास थाना प्रभारी पर धमकाने का भी आरोप लगाया है।
थाना इंचार्ज सस्पेंड, विभागीय जांच के आदेश
अलीगढ़ के एसएसपी मुनिराजजी ने बच्ची के साथ रेप की घटना में शिथिलता बरतने के आरोप में थाना इगलास इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। प्रशासन ने मासूम बच्ची के परिवार को 5 लाख की सहायता राशि दी है।