सबरीमाला मंदिर में दर्शन करनेवाली कनकदुर्गा की सास ने की पिटाई

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कनकदुर्गा

सबरीमाला मंदिर में पहली बार दर्शन करने वाली कनकदुर्गा को उनकी सास ने कनकदुर्गा की पिटाई कर दी। जिससे कनकदुर्गा जख्मी हो गई तथा पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। कनकदुर्गा मंदिर में दर्शन के बाद उनकी सास के सामने नहीं आई थीं परन्तु मिलने के बाद सास ने उनकी पीते कर दी। उन्होंने सास के खिलाफ पेरिंथलमन्ना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल के सबरीमाला मंदिर में कनकदुर्गा ने प्रवेश किया था जिसका बाद में विरोध भी हुआ था परन्तु उनकी सास ने उनके मिलने के बाद अपनी भड़ास निकल ली ।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश
28 सितंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में हर उम्र की महिला को प्रवेश की इजाजत दी थी। तथा राज्य सरकार ने इसके लिए सुरक्षा के भी इंतजाम किये थे परन्तु इस फैसले के खिलाफ मंदिर के मुख्य पुजारियों समेत केरल के राजपरिवार और कई हिंदू संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी। हालांकि, अदालत ने सुनवाई से इनकार कर दिया। 800 पुरानी परम्परा के हिसाब से यहां 10 से 50 साल उम्र की महिला के प्रवेश पर रोक थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरे राज्यभर में विरोध जारी है।

कौन है कनक दुर्गा
कनकदुर्गा (39) ने 800 साल पुरानी प्रथा को तोडते हुए अपनी महिला साथी बिंदु (40) के साथ 2 जनवरी को भगवान अयप्पा के दर्शन करने मंदिर के अंदर गई थी और बाद में उन्होंने दर्शन भी किया। दोनों ने मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। हालाँकि इसके बाद पूरे राज्य में प्रदर्शन भड़क गए थे। साथ ही मंदिर का शुद्धिकरण भी किया गया था। उस वक्त मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कनकदुर्गा और बिंदु समेत सभी महिला दर्शनार्थियों को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे।

महिलाओं का मंदिर में विरोध
हिन्दू परम्परा के हिसाब से महिलाओं को मंदिर में प्रवेश निषेध माना जाता है, यह एक पुरुषवादी सोच का परिणाम है और साथ ही महिलाओं का क्या दोष है इस बारे में भी कई उल्टी सीधी परम्पराएं बताई जाती रही है। इंसानो को इंसान नहीं समझने वाले कुछ संगठन और राजनितिक पार्टियां न सविंधान की बात समझते है और न ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश मानते है। हालाँकि इन सबके बावजूद दावा किया जा रहा की अबतक लगभग 10 महिलाएं सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर चुकी है।