बेटियों को नर्क में धकेलते संत-मुनि

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दिगम्बर जैन मुनि आचार्य शांतिसागर को 19 साल की छात्रा के दुष्कर्म के आरोप में गुजरात के सूरत में गिरफ्तार किया गया है, आरोप है कि भगवान महावीर के नानपुरा स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में आशीर्वाद लेने गई 19 साल की छात्रा के साथ शांतिसागर महाराज ने दुष्कर्म किया है.

छात्रा की ओर से पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर आरोप लगाया कि वह मूलरूप से मध्य प्रदेश की है और वडोदरा के कॉलेज में पढ़ाई करती है. वह कथित जैन मुनि के पास एक अक्टूबर को आशीर्वाद लेने आई थी, शांतिसागर महाराज ने छात्रा से कहा कि मंत्र जाप करने के लिए उसे रात में मंदिर में ही रुकना होगा, जैन मुनि ने एक अक्तूबर को सूरत के नानपुरा टीमलियावाड में उससे दुष्कर्म किया था।

छात्रा की शिकायत पर 49 वर्षीय शांतिसागर महाराज के खिलाफ अठवा थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है, शुक्रवार देर रात मेडिकल चेकअप में छात्रा के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई हैl

पुलिस शनिवार शाम को दिगम्बर मंदिर में छापेमारी कर आरोपी शांतिसागर को गिरफ्तार कर लिया.

वही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि आरोपी जैन मुनि ने लड़की कि सहमति से सम्बन्ध बनाने कि बात कही, जो डॉक्टर के मेडिको लीगल केस रजिस्टर में दर्ज हैl

गौरतलब है कि कथित मुनि को बचाने के लिए जैन समाज के लोग काफी संख्या में कमिश्नर दफ्तर पहुंच गए और कहने लगे कि छात्रा झूठे आरोप लगाकर बदनाम कर रही हैl

 

संत और समाज:

समाज में बलात्कार की घटनाओं ने समाज को अँधेरे में धकेलने का काम किया है और उससे भी ज्यादा शर्मसार किया है समाज के उन साधु-संतो ने जिनके पास लोग आस्था और विश्वास के साथ जाते है, परन्तु वही साधु-संत समाज की बेटियों के साथ दुष्कर्म करने लगे तो समाज का विश्वास आस्था और धर्म से जुड़े लोगो से अपने आप उठ जायेगाl

पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक साधु संतो व मुनियों के द्वारा की जाने वाली यह शर्मनाक करतूतें सामने आ रही है फिर चाहे वो आशाराम, राम रहीम, फलाहारी बाबा व तथा कथित जैन मुनि आचार्य शांति सागर हो l