ब्रिटेन में एक भारतीय महिला फार्मास्युटिकल एक्सपर्ट निशा मोहिते ने यहां रहने और कार्य करने के अधिकार से संबंधित कानूनी जंग जीत ली है।
विजय प्राप्त करने वाली निशा ने कहा कि वह इस सोच में हैं कि ब्रिटेन के गृह विभाग को अपनी गलती मानने में इतना समय लगा। ब्रिटिश गृह विभाग ने निशा को आयकर मामले में गैर-अपेक्षित व्यवहार का आरोपी मानते हुए कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की थी।
यह महिला उन सैकड़ों प्रवासियों में शामिल हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के एक विवादित उप नियम के चलते ब्रिटेन में रहने और कार्य करने के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं।
निशा ने सही वक़्त पर गलती को दूर कर लिया, लेकिन गृह विभाग नहीं माना और उसने कार्रवाई की प्रक्रिया पर कोई रोक नहीं लगाई। इसके बाद से ही निशा यह कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं, जिसकी वजह से उनका धन और समय, दोनों खर्च हुआ।
इससे उन्हें मानसिक कष्ट भी झेलना पड़ा और उनके भविष्य पर भी असर पड़ा। आपको बता दे कि निशा कैंसर के उपचार में उपयोगी दवाओं के विकास में शामिल विशेषज्ञ हैं। निशा और अन्य सभी प्रवासियों पर जिस उप नियम के चलते आरोप लगाए गए, वे वस्तुत: अपराधियों और आतंकियों को ब्रिटेन में रहने से रोकने के लिए बनाए गये हैं।