भाजपा विधायक साधना सिंह की मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की घोर आलोचना, महिला आयोग का नोटिस..

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आपत्तिजनक
मायावती
  • महिलाएं ही महिलाओं पर करती आपत्तिजनक टिप्पणी
  • बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद सियासी माहौल गर्म

भाजपा विधायक साधना सिंह ने बसपा की अध्यक्ष मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद सियासी माहौल गर्मा गया है। बसपा के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलों में प्रदर्शन किए। बसपा की ओर से पलटवार करते हुए पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने इसे भाजपा की बौखलाहट बताया।
आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली साधना सिंह के अनेक स्थानों पर पुतले फूंके गए। उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए साधना सिंह को नोटिस देने का फैसला किया है।

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बसपा नेता ने BJP पर साधा निशाना
वहीं, बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा। उनका कहना है कि महिला विधायक के कहे गए शब्द भाजपा के स्तर को प्रदर्शित करते हैं। सपा-बसपा गठबंधन से भाजपा नेता मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्हें आगरा या बरेली के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराना चाहिए।

अखिलेश का ट्वीट वार
मायावती के खिलाफ आपत्ति जनक टिप्पणी पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। तथा इसे भाजपा का दिवालियापन बताते हुए देश की महिलाओं का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक ने जिस तरह अपशब्द बोला, वह घोर निंदनीय है। यह एक तरह से देश की महिलाओं का अपमान है।

कांग्रेस के साथ भाजपा सहयोगियों ने भी की आलोचना

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने भी बयान की आलोचना की।  तथा कहा कि व्यक्तिगत आरोपों का सार्वजनिक जीवन में कोई स्थान नहीं होता। मुख्य रूप से महिलाओं के प्रति मर्यादा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। भाजपा विधायक द्वारा की गई अनुचित टिप्पणी भारतीय संस्कृति को तार-तार करने वाली है।
केंद्रीय मंत्री व रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) प्रमुख रामदास अठावले ने भी भाजपा विधायक पर निशाना साधा। उनका कहना है कि अमर्यादित बयान से कोई सहमत नहीं हो सकता। मायावती दलित समुदाय की मजबूत महिला हैं और अच्छी प्रशासक भी। हालाँकि भाजपा ने बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

नेताओं कि बढ़ती अमर्यादित भाषा
मुख्य बात तो यह है कि इस तरह कि बयानबाजी बढ़ती जा रही है। और इस तरह के नेताओं पर कोई बड़ी कर्यवाही नहीं कि जाती है।
महिलाओं के खिलाफ बयानबाजी में पहले पुरुष लोग ही आपत्तिजनक टिप्पणी करते थे। परन्तु अब महिलाएं भी इस लिस्ट में शामिल होती जा रही है ।