राजस्थान के भरतपुर जिले की निवासी 16 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया है परन्तु किशोरी के पिता ने बच्चे को अपनाने से मना कर दिया है । दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने बच्चा जिला बाल कल्याण समिति को सौंप दिया । बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सरोज लोहिया का कहना है कि बच्चे की देखरेख की अब पूरी जिम्मेदारी हमारी रहेगी ।
करीब 7 माह पूर्व गांव के ही दो युवकों ने गूंगी-बहरी इस किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था । पुलिस के 16 वर्षीय किशोरी को दो माह पूर्व पेट में दर्द की शिकायत हुई तो परिजनों ने उसे भरतपुर सरकारी अस्पताल में दिखाया, जहां किशोरी के गर्भवती होने की बात पता चली ।
किशोरी के परिजनों ने चिकित्सकों से किशोरी का गर्भपात करने के लिए भी कहा था, लेकिन चिकित्सकों ने उसकी जान को खतरा होने की बात कही ।
इसके बाद गूंगी-बहरी किशोरी ने इशारों से पूरी जानकारी दी । उसने बताया कि गांव के ही दो युवक पप्पू जाटव और जैनुअल ने उसके साथ दुष्कर्म किया था । दिहाड़ी मजदूर किशोरी के पिता ने दोनों युवकों के खिलाफ 11 सितम्बर को सेवर पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया । पुलिस ने दोनों आरोपियों को 15 सितम्बर को गिरफ्तार कर लिया ।
8 नवम्बर को किशोरी की तबीयत बिगड़ने लगी तो परिजनों ने उसे भरतपुर जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया और अगले दिन 9 तारीख को किशोरी ने एक बच्चे को जन्म दिया ।
शर्मसार समाज की भयावह कहानी
एक तरफ शर्मसार तो दूसरी तरफ भयावह समाज की यह वो सच्ची कहानी है जो बार-बार मासूमों पर होने वाले अत्याचारों की स्थिति बयां करती है । मासूम चाहे कोई भी हो सकता है परन्तु औरत से ज्यादा मासूम कोई नहीं है, जिसमे समाज में रहने वाले कुछ शैतानो को हमेशा हवश दिखाई देती है।