भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 15 दिसम्बर को ट्वीट किया था कि- ‘विदेशी स्त्री से उत्पन्न संतान कभी देश हित और राष्ट्र प्रेम का अनुगामी नहीं हो सकता.’ और एक छोटा सा हैशटैग था- ‘सैटर्डे मोटिवेशन’. यानी शनिवार की प्रेरणा, जो वो लोगों को देना चाह रहे थे.
वो इस ट्वीट में वो जो कहना चाह रहे थे, सीधे तौर पर तो कहा नहीं परन्तु राहुल गाँधी व सोनिया गाँधी की और इशारा कर दिया. यहां सोनिया गांधी को विदेशी स्त्री से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि सोनिया गांधी विदेशी मूल की महिला हैं. इटली की हैं, राजीव गांधी से शादी के बाद भारत आई थीं. राहुल गांधी को ‘विदेशी स्त्री की संतान’ से जोड़कर देखा जा रहा है.
लेकिन शायद उनको पता नहीं है की साल 1983 से वो भारत की नागरिक हैं.
मध्य प्रदेश की हार उनसे बर्दास्त नहीं हो पा रही है और नतीजों के बाद बयानबाजी का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया. इसी सिलसिले में विजयवर्गीय का स्टेटमेंट भी शामिल हो गया है. जब विजयवर्गीय को उनके ट्वीट के कारण लोगों की खरी खोटी सुनने को मिली, तो उन्होंने उसे डिलीट कर दिया.
प्रसिद्धि के लिए कुछ भी बोलते है ….
कैलाश विजयवर्गीय ने पहली बार महिलाओं के लिए कुछ अजीब सा बयान नहीं दिया है जबकि उन के बयानों की लिस्ट जारी की जाये तो ऐसे ढेर सारे स्टेटमेंट नजर आयेंगे जैसे की एक बार विजयवर्गीय ने महिलाओं को लक्ष्मण रेखा में रहने की सलाह दी थी उनका कहना था कि महिलाओं को ऐसा श्रृंगार करना चाहिए, जिससे श्रद्धा पैदा हो, न कि उत्तेजना. उन्हें लक्ष्मण रेखा में रहना चाहिए.
वैसे देखा जाये तो भारत की भी बहुत सी औरतों ने विदेशी पुरुषों से शादी की हैं. यदि वहां को कोई नेता, भारत की उस औरत के बारे में इस तरह की बात कहे, तो हम सोच सकते है की हमें कैसा लगेगा?